ये सन्डे क्यों आता है, जब काॅलेज बन्द हो जाता है, ये सन्डे क्यों आता है ।
हमनें सुना है कईंयों को, जो सन्डे के लिए रोते हैं; पर हम इस सन्डे को ही, घूट-घूट कर मरते हैं ।
माना कि टिचर बोर करते हैं, पर, उनके बिना ये भी बोर कर जाता है । उनकी लाल-पिली आँखे डराती है,पर, जाते-जाते मस्ती का टाॅपिक दे जाती है ।
""यूँ तो बंक हर रोज कुछ क्लास हो जाता है, पर उसकी तैयारी खल जाती है । यूँ तो कोई भाव नहीं देती है, पर भाव कहीं खो जाता है ।"'
ये सन्डे क्यों आता है, जब काॅलेज बन्द हो जाता है । ये सन्डे क्यों आता है ।